मेरी बचपन की दोस्त मिज़ुकी के लिए मेरी भावनाएँ अधूरी थीं, इसलिए मिज़ुकी ने मुझसे कहा कि मैं अपने माता-पिता की स्थिति के कारण विदेश चली जाऊँगी, लेकिन मैं अभी भी अपने प्रति ईमानदार नहीं हो सकी। अलविदा कहने आया मौसम भयंकर तूफ़ान था। मैंने अचानक मिज़ुकी के पारदर्शी स्तनों को उसके पूरे शरीर पर भीगते हुए देखा और मैं खो गया।
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